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28. क्या प्रभु भी अपने भक्तों का नाम लेते है ?

प्रभु नींद में भी श्रीगोपीजन का नाम लेते थे । यह बात भगवती रुक्मिणी माता ने देवर्षि प्रभु श्री नारदजी को बताई थी । प्रभु प्रेम की इतनी ऊँ‍‍ची अवस्था को श्री गोपीजन प्राप्त हो गई थी कि प्रभु भी उनका स्मरण करके उनका नाम लेते थे । जैसे साधक को प्रभु का नाम लेने में आनंद आता है वैसे ही प्रभु को भी अपने प्रिय भक्तों का नाम लेने में परम आनंद आता है ।

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