चौबीस घंटे प्रभु का नाम जप संभव है पर चौबीस
घंटे पूजा, भजन, कीर्तन, श्रवण नहीं हो सकता । पर चौबीस घंटे प्रभु
का जप से स्मरण तो जरूर हो सकता है । इसलिए चौबीस घंटे प्रभु का जप से स्मरण जीवन
में होना चाहिए । प्रभु का जप से स्मरण भक्ति का एक बहुत श्रेष्ठ अंग है ।
श्रीगोपीजन ने निरंतर प्रभु नाम लेकर स्मरण किया और इसलिए वे प्रभु को अत्यंत
प्रिय हो गईं ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony