नाम जप नियमित करना चाहिए और माला से करना चाहिए ।
यह शास्त्रीय विधि है । नियमित नाम जप एक आसन पर बैठकर माला से करना चाहिए । पर
माला की संख्या पूरी होने पर प्रभु नाम जप दिनभर में जब भी समय मिले तो मन-ही-मन
करना चाहिए । कार्य करते हुए भी प्रभु का नाम जप मन-ही-मन चलना चाहिए ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony