हमारी जिह्वा पर निरंतर प्रभु का ही नाम चलते रहना चाहिए । नाम से हमारे पूर्व जन्मों के संचित पाप कटते हैं और नए पाप नहीं होते क्योंकि हमारी प्रवृत्ति सात्विक बन जाती है । प्रभु का नाम हमें परमानंद की अनुभूति तक पहुँचा देता है और प्रभु के श्रीकमलचरणों में हमें पहुँचा देता है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony