नाम जप का अहंकार आ सकता है इसलिए हमें सावधान होकर नाम जप करना चाहिए । नाम जप का भी अहंकार कभी नहीं आना चाहिए कि मैंने प्रभु नाममाला का जीवन में खूब जप किया है । संतों और भक्तों ने कितने-कितने करोड़ों नाम जप किए और तनिक भी अहंकार नहीं आने दिया कि वे इतने बड़े नाम जापक हैं । जब भी नाम जप का अहंकार आए हमारी दृष्टि उन संतों और भक्तों पर होनी चाहिए तो हमारा अहंकार नष्ट हो जाएगा ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony