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54. भगवती मीरा बाई के जीवन में नाम जप का क्या प्रभाव था ?

एक प्रभु प्रतिमा और एक प्रभु नाम से भगवती मीराबाई ने भक्ति की वह ऊँचाई प्राप्त कर ली जिसके लिए सब तरसते हैं । भगवती मीरा बाई प्रभु के नाम और प्रभु के पदों का जप और गान निरंतर जीवन में करती रहती थी । यही कारण था कि बड़ी-से-बड़ी विपत्ति में उनकी रक्षा हुई और अंत में उन्‍होंने प्रभु को प्राप्त कर लिया और उनकी भक्ति अमर हो गई ।

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