प्रभु प्राप्ति की सबसे बड़ी कड़ी प्रभु
नाम की व्याकुलता ही है । प्रभु को प्राप्त करने वाले यानी आत्म-साक्षात्कार युक्त
संतों और भक्तों ने कर्मकांड, वेदांत चिंतन कुछ किया या नहीं किया
पर सबने एक चीज जरूर की है और सबमें एक बात हमें जरूर देखने को मिलेगी वह है प्रभु
के लिए व्याकुलता से नाम जप ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony