प्रभु के नाम जपरूपी धन का बंटवारा
भाइयों में नहीं होता, सरकार उस पर कर नहीं लगा सकती, चोर उसकी चोरी
नहीं कर सकते, यहाँ तक कि प्रभु श्री यमराजजी भी ऐसे भक्ति से लिया गए नामरूपी धन वाले का सम्मान करते
हैं । इसलिए प्रभु नाम जप का कलियुग में इतना बड़ा महत्व है क्योंकि इससे लाभकारी
कलियुग में कुछ भी नहीं है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony