प्रभु और माता का नाम इतना अदभुत है
और उसमें इतना रस भरा हुआ है कि वह रस अन्यत्र कहीं भी नहीं मिलेगा । संत और भक्त
इसलिए ही प्रभु और माता के नाम के इतने बड़े जापक होते हैं और यहाँ तक कि नाम जप को
अपने जीवन का प्रधान साधन मानते हैं ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony