व्यक्ति अपनी अंतिम सांस में भी अगर
प्रभु का नाम ले लेता है तो भी उसे सभी पापों से तत्काल मुक्ति मिल जाती है बस शर्त यह है कि अंतिम सांस में
प्रभु के नाम का उच्चारण हो जाए । यह तभी संभव होता है जब इसका निरंतर अभ्यास
जीवनकाल से ही किया जाए ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony