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89. जीव को प्रभु का नाम कब लेना चाहिए ?

जीव को मन में, वाणी से और कर्म करते हुए प्रभु का नाम लेना चाहिए । कोई भी समय नाम जप के बिना नहीं जाने देना चाहिए । संतों और भक्तों ने श्‍वास-श्‍वास  में नाम जप किया है, कर्म करते वक्त नाम जप किया है और मन में निरंतर नाम जप उनका चलता ही रहता है ।

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