श्री अजामिलजी ने अपने पुत्र के
बहाने अपने अंतिम समय में प्रभु का नाम लिया तो भी उनको उसका कितना बड़ा फल मिला
कि वे यमपाश से मुक्त हो गए और नर्क जाने से बच गए । फिर बचे हुए जीवन में प्रभु
नाम का आश्रय लेकर वे प्रभु के धाम पहुँच गए ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony