मन को शांत करना है तो उसे प्रभु का
गुणगान ही सुनाना पड़ेगा । जब तक मन भटकता रहेगा तब तक उसे शांति नहीं मिलेगी, उसे बैठकर प्रभु नाम का सुमिरन
ही करना पड़ेगा तभी शांति मिलेगी । नाम जप से ही शांति मिलेगी और कलियुग में अन्य
कोई भी उपाय नहीं है और जो हैं वे बहुत कठिन हैं । इसलिए जीवन में नाम जप को ही
प्रधानता देनी चाहिए ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony