हमारे रोम-रोम से प्रभु का नाम
निकलना चाहिए । भक्तों ने ऐसा करके दिखाया है । भगवती जना बाई ने इतना नाम जप किया
कि उनके बनाए गोबर के उपलों में से श्रीविट्ठल-श्रीविट्ठल की ध्वनि स्पष्ट सुनाई
पड़ती थी । प्रभु नाम जप से संतों और भक्तों को इतनी प्रीति होती है कि उनका रोम-रोम
प्रभु का नाम जप करता है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony