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151. भक्त श्री प्रह्लादजी का बालपन में नाम जप कैसा था ?

जब भक्त श्री प्रह्लादजी के बालक मित्र खेलते थे तो उस समय भी वे प्रभु कीर्तन और प्रभु नाम जप करते थे । इतनी भक्ति भक्त श्री प्रह्लादजी में थी । नाम जप के कारण असुर कूल में उत्पन्न होने पर भी वे प्रभु के लाड़ले बने और प्रभु ने उनकी रक्षा के लिए अवतार लिया । भक्त श्री प्रह्लादजी का नाम महाभागवत में आता है ।

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