श्रीभीष्म पितामह ने मृत्यु-शय्या पर लेटे-लेटे प्रभु के
हजार नामों से यानी सहस्त्रनाम से प्रभु का अर्चन किया था । श्रीभीष्म पितामह का
नाम महाभागवत में लिया जाता है और उनके द्वारा सहस्त्रनाम की अर्चना को श्रीविष्णु
सहस्त्रनाम कहा जाता है और कलियुग में इसकी अपार महिमा है । मृत्यु-शय्या पर लेटे-लेटे प्रभु का हजार नामों से अभिनंदन करना कितनी बड़ी
उपलब्धि है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony