संसार का धन तुच्छ है । प्रभु
नामरूपी धन ही श्रेष्ठतम धन है । जैसे संसार के धन को कांच की उपमा दे तो प्रभु
नाम को हीरे की उपमा भी कम पड़ेगी । प्रभु नाम रूपी धन अनमोल है उसकी कोई उपमा है
ही नहीं । जैसे प्रभु उपमा रहित हैं वैसे प्रभु का नाम भी उपमा रहित है । प्रभु
नाम रूपी धन के आगे संसार का धन टिक ही नहीं सकता क्योंकि जो लाभ प्रभु नाम रूपी
धन का है वह अद्वितीय है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony