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159. कौन-सा धन श्रेष्‍ठ है ?

संसार का धन तुच्छ है । प्रभु नामरूपी धन ही श्रेष्‍ठतम धन है । जैसे संसार के धन को कांच की उपमा दे तो प्रभु नाम को हीरे की उपमा भी कम पड़ेगी । प्रभु नाम रूपी धन अनमोल है उसकी कोई उपमा है ही नहीं । जैसे प्रभु उपमा रहित हैं वैसे प्रभु का नाम भी उपमा रहित है । प्रभु नाम रूपी धन के आगे संसार का धन टिक ही नहीं सकता क्योंकि जो लाभ प्रभु नाम रूपी धन का है वह अद्वितीय है ।

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