प्रभु का नाम गाने वाले को प्रभु
अपनी ओर खींच लेते हैं । प्रभु श्री कृष्णजी के नाम का अर्थ है कि जो भक्तों के
चित्त को खींच ले, चित्त का आकर्षण कर ले । इसलिए प्रभु के नाम जप को
कलियुग में सभी शास्त्रों, संप्रदायों, पंतों ने एकमत से मान्यता दी है कि नाम जप
से ही कलियुग में कल्याण संभव है । सभी एकमत हैं कि कलियुग में नाम जप से बड़ा कोई
भी साधन नहीं है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony