प्रभु की कथा और प्रभु का नाम जप जो
भारत भूमि में है वह श्री बैकुंठजी में भी नहीं है । इसलिए संत भारत भूमि को श्री
बैकुंठजी से भी श्रेष्ठ मानते हैं । इससे प्रभु नाम की महिमा का पता चलता है जिस
कारण भारत भूमि को इतना श्रेष्ठ मन गया है । भारतवर्ष से संतों और भक्तों ने प्रभु
नाम जप से इतनी ऊँचाइयाँ जीवन में प्राप्त की है जिसकी कल्पना भी हम नहीं कर सकते ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony