प्रभु के दर्शन और प्रभु के नाम जप
में खूब आनंद का अनुभव करना चाहिए । नाम जप हमें परमानंद प्रदान करता है और हमारे
रोम-रोम को पुलकित और पवित्र करता है । संतों और भक्तों ने कलियुग में जो आनंद नाम
जप में पाया है वह अद्वितीय है । नाम जप हमें परम पवित्र करता है और भीतर और बाहर
से आनंदित करता है । नाम जप के परमानंद का अनुभव जो करता है वही जान सकता है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony