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178. प्रभु के अनेक नाम क्यों पड़े ?

जब आचार्य श्री गर्गाचार्यजी प्रभु श्री कृष्णजी का नामकरण करने लगे तो वर्णमाला के शब्द आपस में लड़ने लगे कि हमारे अक्षर से प्रभु के नाम की शुरुआत होनी चाहिए । इसलिए प्रभु के अनेक नाम पड़े और सभी अक्षरों को सम्मान मिला । प्रभु इतने दयालु और कृपालु हैं कि वर्णमाला के प्रायः सभी शब्दों को अपने नाम के उच्चारण का सम्मान दिया ।

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