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202. कलियुग में प्रभु का स्मरण कैसे किया जाए ?

कलियुग का युग धर्म यही है कि प्रभु के नाम, गुण और श्रीलीला का श्रवण और कीर्तन किया जाए और प्रभु का स्मरण किया जाए । नाम जप को प्रभु के स्मरण का कलियुग में सबसे सफल साधन माना गया है । कलियुग में नाम और नामी प्रभु में कोई भेद नहीं है । जहाँ कलियुग में प्रभु के स्मरण के अन्य साधन विफल हो जाते हैं वहीं नाम जप सफलता से हमें प्रभु का स्मरण करवाता है ।


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