प्रभु नामरूपी संपत्ति जिसने प्राप्त
कर ली वही सच्चा अमीर है और प्रभु नामरूपी संपत्ति जिसने प्राप्त नहीं की वही सबसे
बड़ा दरिद्र है । ऐसी शास्त्रों की व्याख्या है । यह कितनी उपयुक्त व्याख्या है जो
यह बताती है कि कलियुग में प्रभु नाम जप का धन ही कमाना चाहिए जो हमारा परम मंगल
और कल्याण करने का सामर्थ्य रखता है । प्रभु नाम जापक से बड़ा धनी कोई भी नहीं है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony