प्रभु को एक-दो नामों में बांधा नहीं
जा सकता । इसलिए प्रभु के अनेक नाम हैं । यह सनातन धर्म का गौरव है कि प्रभु ने
परम पवित्र भारत भूमि में पूर्ण अवतार, अंश अवतार और कला अवतार लिया है और अनेक
श्रीलीलाएं की हैं जिस कारण प्रभु के अनेक नाम पड़े हैं । भक्तों ने भी प्रेम से
प्रभु को अनेक नामों से संबोधित किया है और प्रभु ने प्रेम के कारण उन्हें
स्वीकारा है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony