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235. प्रभु के इतने अनंत नाम क्यों हैं ?

प्रभु के नाम इतने अनंत हैं कि हमारा जीवन समाप्त हो जाए फिर भी हमारी जिह्वा पर प्रभु के नाम पूरे नहीं होंगे । यह सनातन धर्म का गौरव है कि प्रभु की अनेक श्रीलीलाओं के कारण प्रभु के अनेकों नाम पड़े हैं । जो भी नाम हमें प्रिय हो प्रभु ने हमें वही नाम लेने का अधिकार दिया है क्योंकि प्रभु और माता के सभी नाम समान हैं और एक बराबर फल देने वाले हैं ।

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