श्वास-श्वास से प्रभु के नाम की
आहुति देकर हमें अपने जीवन को सार्थक करना चाहिए । कलियुग का यज्ञ यही है कि नाम
की आहुति दी जाए । प्रभु ने श्रीमद् भगवद् गीताजी में कलियुग में यज्ञों में जप
यज्ञ को सबसे बड़ा कहा है । यह प्रभु के श्रीवचन है कि कलियुग में नाम जप सबसे बड़ा
यज्ञ है और जीव को निरंतर इस यज्ञ में प्रभु के नाम की आहुति देकर इसे सफल करना
चाहिए ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony