हमें श्वास-श्वास से प्रभु का नाम जपना चाहिए क्योंकि पता नहीं आगे श्वास आएगी की नहीं । इसलिए कोई भी श्वास व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए । अंतिम श्वास पर नाम जप करने वाला जीव सीधे प्रभु के श्रीधाम जाता है और प्रभु के श्रीकमलचरणों में स्थान पा जाता है । हमारी कौन-सी श्वास अंतिम होगी इसका किसी को पता नहीं इसलिए शास्त्र और संत उपाय बताते हैं कि प्रत्येक श्वास पर नाम जप चलना चाहिए ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony