शास्त्रों में कलियुग के लिए कहा गया है कि हरि नाम, हरि नाम, हरि नाम केवलम । संकेत यह है कि केवल प्रभु का नाम कलियुग में जपें तो प्रभु हमारे जीवन में अपने आप आ जाएंगे । यहाँ “केवलम” शब्द सबसे महत्वपूर्ण है और ध्यान देने योग्य है । अगर केवलम शब्द का प्रयोग नहीं होता तो हमें शास्त्र अन्य साधनों के बारे में भी आग्रह करते पर कलियुग में केवलम कहकर नाम जप को ही शास्त्रों ने सबसे प्रधान और मुख्य साधन माना है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony