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302. नाम का सामर्थ्‍य क्या है ?

जिन प्रभु के नाम से सेतुबंधन के समय पत्थर तैरे उन प्रभु के नाम से जीव का तरना तो और भी आसान है । जब प्रभु के नाम से जड़ पत्थर तैरे तो चेतन तत्व का मंगल होने में कोई संदेह ही नहीं है । शास्त्र और संत कहते हैं कि प्रभु के नाम में जड़ और चेतन दोनों का मंगल करने का सामर्थ्‍य है । नाम के समान केवल नाम ही है और कलियुग में तो विशेषकर इसकी तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती ।

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