जिन प्रभु के नाम से सेतुबंधन के समय पत्थर तैरे उन प्रभु के नाम से
जीव का तरना तो और भी आसान है । जब प्रभु के नाम से जड़ पत्थर तैरे तो चेतन तत्व का
मंगल होने में कोई संदेह ही नहीं है । शास्त्र और संत कहते हैं कि प्रभु के नाम
में जड़ और चेतन दोनों का मंगल करने का सामर्थ्य है । नाम के समान केवल नाम ही है और कलियुग में तो विशेषकर
इसकी तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony