पत्थर जड़ता का सूचक हैं । प्रभु नाम से जड़ वस्तु भी तैर गई । प्रभु नाम की कितनी
भारी महिमा है । जब श्री रामावतार में सेतुबंधन हुआ तो प्रभु श्री हनुमानजी, जो
नाम का प्रभाव सबसे ज्यादा जानते थे, वे पत्थर पर प्रभु का नाम लिखते गए और वानर
उसे प्रभु के नाम का जयघोष कर सागर में फेंकते गए । फिर वह हुआ जो चमत्कार था कि डूबोने वाले पत्थर तैरने वाले
बन गए ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony