जिह्वा से प्रभु का नाम लेने की आदत डालें, कान से प्रभु का गुणानुवाद सुनने की आदत डालें और हाथों से प्रभु की सेवा करने की आदत डालें । इन तीनों में भी प्रभु नाम जप की जिह्वा को आदत डालना सबसे अहम है । प्रभु ने दया और कृपा करते हुए अपने नाम जप में कोई भी नियम नहीं लगाया है इसलिए कलियुग में प्रभु का नाम जप सबसे सरल और सुलभ साधन है ।
GOD Chanting Personified: Dive into Divine Harmony